THE BEST SIDE OF SHIV CHALISA LYRICSL

The best Side of shiv chalisa lyricsl

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हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥

It includes forty verses (chalisa), created from the Hindi language. The chalisa is structured in the poetic format which is broadly recited by devotees as a way to praise and seek blessings from Lord Shiva.

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

हनुमान चालीसा लिरिक्स

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित shiv chalisa lyricsl अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

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